मणिपुर में लगा राष्ट्रपति शासन
MANIPUR NEWS: दोस्तों मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लग गया है। यह इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि बीजेपी मणिपुर में अपनी सरकार को बचा नहीं पाई है। मुख्यमंत्री वीरेंन सिंह 9 फरवरी 2025 को इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद बहुत सारी अटकलें लगाई जा रही थी कि अगला मुख्यमंत्री मणिपुर में कौन बनेगा। मगर नए मुख्यमंत्री का लिस्ट तैयार नहीं हो पाया। इसलिए मणिपुर में इस समय राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया है। यह एक बड़ी खबर है भारत के दृष्टिकोण से क्योंकि पूर्वोत्तर राज्यों को अपने नियंत्रण में रखने के लिए भारत सरकार हमेशा से संघर्ष करती रही है। ऐसे में केंद्र में इस समय पर बीजेपी की सरकार है और वही सरकार मणिपुर में भी थी। लेकिन उसके बावजूद भाजपा मणिपुर में सरकार तक नहीं बचा पाई। इसलिए यह बहुत बड़ी बात हो जाती है।

MANIPUR CHIEF MINISTER
बीजेपी सरकार क्यों गिरी मणिपुर में ?
आपको बताते हैं कि जब केंद्र में बीजेपी की सरकार है और मणिपुर में भी बीजेपी की सरकार है तो उनकी सरकार गिर कैसे गई। इसका सबसे बड़ा कारण वहां के दो सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी समुदाय जिनमें एक कूकी और दूसरा मेतैई है। इन दोनों समुदायों में पिछले दो वर्षों से विवाद चल रहा है। ऐसे में इन दोनों के बीच शांति कराने में बीजेपी सरकार असफल रही और इसकी वजह से वीरेंन सिंह से इस्तीफा देने को कहा गया और दबाव में आकर उन्होंने इस्तीफा दे भी दिया। इतना ही नहीं विपक्ष के साथ-साथ मणिपुर बीजेपी के अंदर से भी विधायक वीरेंन सिंह के इस्तीफा की मांग कर रहे थे। इसके चलते विपक्ष मणिपुर विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने वाला था। इसके चलते वीरेंन सिंह को अंदर से भी कोई समर्थन नहीं मिलता, जिसकी वजह से उन्होंने इस्तीफा देने में ही भलाई समझी।

PRESIDENT OF INDIA
कब लगता है राष्ट्रपति शासन ?
पहले अब आपको बताते हैं कि राष्ट्रपति शासन किन परिस्थितियों में लागू किया जाता है । अगर चुनाव के बाद किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिलता है, तो राष्ट्रपति शासन उस राज्य में लागू कर दिया जाता है। दूसरा है कि कोई पार्टी बहुमत मिल जाने पर भी सरकार बनाने से मना करदे और वहां पर दूसरा कोई भी दल सरकार बनाने में सक्षम ना हो, तब भी राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया जाता है। तीसरा जो है कि अगर राज्य सरकार विधानसभा में इस्तीफा दे दे और दूसरी कोई भी पार्टी सरकार बनाने में सक्षम ना हो, तब भी वहां राष्ट्रपति शासन लग जाता है। चौथा है कि अगर कोई राज्य सरकार जानबूझकर आंतरिक अशांति पैदा करने की कोशिश करती है, तो उस राज्य की सरकार बर्खास्त हो जाती है और वहां पर राष्ट्रपति शासन लग जाता है। पांचवा है कि अगर राज्य सरकार केंद्र सरकार के संवैधानिक निर्देशन का पालन न करें, तो भी उसे राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो जाता है।
मणिपुर क्यों महत्वपूर्ण है ?
मणिपुर पूर्वोत्तर का एक अहम राज्य है। इसके उत्तर में नागालैंड, पश्चिम में असम, दक्षिण में मिजोरम और पूर्व में म्यांमार के साथ बॉर्डर शेयर करता है। तो यह तो हो गई इसकी लोकेशन। बताया जाता है कि मणिपुर के दंगे में चीन की भूमिका है और इसका प्रभाव इस समय सबको नजर आ भी रहा है कि यहां पर सरकार तो गिरी गई है।
यह बात तो ध्यान देनी ही होगी कि वीरेंन सिंह की सरकार मणिपुर में शांति कायम करने में सफल नहीं रही। इसी की वजह से उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और उसके बाद गृह मंत्रालय के निर्देश पर वहां राष्ट्रपति शासन लागू हो गया है। लेकिन हम उम्मीद तो यही करते हैं कि मणिपुर में कुकी और मेतैई दोनों समुदायों के बीच शांति स्थापित हो जाए और वहां की व्यवस्था सुचारू रूप से चलने लगे।
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