HMPV outbreak China: फिर दुनिया पर मंडरा रही कोविड-19 का खतरा

परिचय

नमस्कार दोस्तों ,दोस्तों क्या पूरी दुनिया एक बार फिर से खतरे में आ गई है? क्या फिर से 2020 का कोरोना वायरस एपिसोड रिपीट होने वाला है? क्या फिर से लॉकडाउन लगने वाला है? क्योंकि इस समय पूरी मीडिया में यह खबर चल रही है कि HMPV outbreak China हुआ है। आपकी जानकारी के लिए आपको बता दूं कि यह वायरस आज से 25 साल पहले ही आईडेंटिफाई कर लिया गया था।  इस समय चीन के अस्पतालों में जिस तरह से वहां के लोगों की भीड़ लगी  पड़ी है और उसी के साथ में लोग जिस तरह से कंप्लेंट लेकर पहुंच रहे हैं कि उनको छाती में जलन हो रही है और  सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो  इसी की वजह से हमारे लिए भी जानना जरूरी हो जाता है कि आखिर यह नया वायरस है क्या और क्या फिर से पूरी दुनिया पर संकट मंडरा रहा है। तो इस ब्लॉग  के द्वारा आपको पूरी बातें बताएंगे। चलिए शुरू करते हैं।

क्या हुआ है ?


यहां पर सबसे पहले आपको बताता हूं कि यह श्वसन से संबंधित एक बीमारी है। जैसे कोरोना वायरस के समय आपको याद होगा कि वहां पर सांस लेने में परेशानी हो रही थी और फेफड़ों में दिक्कत आ जाती थी।  उसी प्रकार का श्वशन  तंत्र सम्बंधित  बीमारी एक बार फिर से पूरी दुनिया को चेतावनी दे रहा है। चीन के अंदर हॉस्पिटल  में एक बार फिर से भारी भीड़ एकत्रित हो रही है । इसके  चलते चीन में एक बार फिर से स्टेट एमरजैंसी डिक्लेयर कर दिया गया है। यहां पर सिर्फ एक खास वायरस की ही बात नहीं हो रही है बल्कि यहां पर मीडिया में जो खबर चल रही है उसका नाम एचएमपीवी( ह्यूमन मेटा नुमो  वायरस) है । इसका प्रसार चीन में काफी तेजी से हो रहा है । यहां पर सिर्फ यही नहीं बल्कि चीन में इन्फ्लूएंजा  काफी तेजी से फैल रहा है । यह  सिर्फ चीन तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह एशिया के बाकी भी देशों(जापान, विएतनाम, इंडोनेशिया आदि )    में फैलता  दिख रहा है। इसलिए भारत जैसे देशों के लिए भी यह एक बड़ा खतरा हो सकता है और कहीं ना कहीं सरकार को भी इसके बारे में ठोस कदम उठाना  चाहिए।  आपको  यहां पर एक और  बात बता दूं कि चीन की हेल्थ अथॉरिटी ने एक चीज  तो कंफर्म कर दिया है कि यह जो वायरस है, वह चीन के उत्तरी भाग में सबसे तेजी से फैल रहा है ।देखिए आपको सही-सही इनफॉरमेशन चीन से मिलना बहुत कठिन है की कितने लोग अस्पताल में भर्ती हुए और साथ ही साथ कितने लोगों की मृत्यु हुई है क्योंकि चीन ने अभी तक इसकी कोई भी डाटा नहीं निकाली  है। लेकिन एक बात कंफर्म है कि चीन का जो उत्तरी भाग है, जिसकी राजधानी बीजिंग है, वहां बहुत से लोगों में यह प्रॉब्लम देखने को मिल रहा है। 

 आपको बता दूं कि यहां पर जो एचएमपीवी वायरस की मैं बात कर रहा हूं,  वह सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर रहा है और साथ ही साथ बच्चे और प्रेग्नेंट महिलाओं में सबसे ज्यादा यह समस्या देखने को मिल रहा है। यहां पर सिचुएशन और भी ज्यादा क्रिटिकल है क्योंकि सोशल मीडिया के आधार पर तो यही जानकारी मिलती है की चीन में  इस समय  बहुत सारे प्रॉब्लम्स देखने को मिल रहे हैं और लगातार केस भी बढ़ते जा रहे हैं । उसके बावजूद अभी भी ना तो  चाइनीस ऑफिशल और ना ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस पर कोई कदम उठाया है । मुझे लगता है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन को इस विषय पर आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करना चाहिए और चीन की इस महामारी को हाईलाइट करना चाहिए, की क्या यह किसी तरह की कोई आपातकाल  है। विश्व स्वाथ्य  संगठन की एक कमेटी है जिसका नाम इमरजेंसी कमिटी ओन  एपिडेमिक है । अगर उनको लगता है कि यह महामारी का रूप ले रहा है और तेजी से फैल रहा है तो वह यहां पर पब्लिक हेल्थ एमरजैंसी ऑफ इंटरनेशनल कंसर्न घोषित कर सकते हैं ।  WHO आज से 20 साल पहले इस तरह की चीज को लेकर आया था जिसके द्वारा  वह इसे हेल्थ एमरजैंसी डिक्लेयर कर सकते हैं। अब तक अगर हम बात करें तो  कोविड -19 को मिलाकर, तो कुल छह बार उन्होंने इस तरह की चीजों को  हेल्थ एमरजैंसी डिक्लेयर किया हुआ है। अब  देखना जरूरी होगा कि क्या अबकी बार सातवीं बार फिर से इस बीमारी  को वह हेल्थ इमरजेंसी घोषित करता है या नहीं।

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HMPV क्या है ?

अब यहां पर एक चीज को अच्छे से समझने की जरूरत है कि आखिर जो यह एचएमपीवी वायरस है, यह एक्जेक्टली है क्या ? देखिए रेस्पिरेटरी वायरस वैसे वायरस होते हैं जो स्वसन संबंधी रोग पैदा करते हैं । कोविड  -19 के समय भी आपको याद होगा कि यहां पर सांस लेने में जो प्रॉब्लम हो रही थी, तो उसी तरह की कंडीशन यहां पर देखने को मिल रहा है । जब मैं रेस्पिरेटरी वायरस की बात करता हूं, तो उसमें होता यह  है कि जब हम ब्रीथिंग  करते हैं यानी सांस लेते हैं, तो हवा हमारे लंग्स  में जाता है। लंग्स  में एक पाइप होता है जिसे ब्रोंकाइल कहते हैं और उसके नीचे एलबोईली  होता है जहां पर हवा जाती है और वहां से ब्लड को ऑक्सीजन की सप्लाई मिलती है। तो यहां पर इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति के  ब्रोंकाइल के अंदर जो पाइप जैसा स्ट्रक्चर होता है, वहां पर म्यूकस जमा हो जाता है मतलब कचरा जमा हो जाता है, जिससे वह  सही से सांस नहीं ले पाता  है। इसी की वजह से बोला जाता है कि जो बच्चे हो गए,सीनियर सिटीजन हो गए और वह लोग जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है, तो ऐसे लोगों को इस बीमारी में सबसे ज्यादा प्रॉब्लम देखने को मिलता है । लेकिन यहां पर इस वायरस का पता भी नहीं चल पाता कि यह एचएमपीवी है या नहीं। क्योंकि जो नॉर्मल सर्दी- जुकाम होता है वैसा ही लक्षण यहां पर भी देखने को मिलता है । इसलिए एचएमपीवी और नॉर्मल कोल्ड   में डिफरेंस करना बहुत मुश्किल हो जाता है । इसलिए इस तरह की जब कोई भी प्रॉब्लम हो जाती है तो जरूरी होता है कि हम उसकी टेस्टिंग करवाएँ । क्योंकि खासकर बच्चों में क्या होता है कि जो 5 साल से कम उम्र के हैं और जो बूढ़े लोग होते हैं, उनको निमोनिया की समस्या आ जाती है। जिससे यह उनके लिए घातक भी साबित होती है । प्रॉब्लम यह भी है कि इस तरह के वायरस के लिए कोई प्रॉपर वैक्सीन भी नहीं बनी है । इसलिए यह सबसे बड़ी प्रॉब्लम है कि इस समय एचएमपीवी का कोई वैक्सीन मार्केट में देखने को नहीं मिल रहा है।

 इसके अलावा चीन में दूसरे और भी बहुत सारे वायरस फैल रहे हैं जैसे इन्फ्लूएंजाA वायरस, जो एक फ्लू वायरस का टाइप है। फ्लू वायरस एनिमल को भी इफ़ेक्ट  करता है, इंसान  को भी इफेक्ट करता है और बर्ड्स को भी इफेक्ट करता है। आपने   स्वाइन फ्लू के बारे में सुना होगा या फिर बर्ड फ्लू के बारे में सुना होगा। तो यह भी  इसी  प्रकार से है । तो जो इन्फ्लूएंजाA  है, यह  घातक इसलिए हो जाता है क्योंकि यह तेजी से म्यूटेड  करता है । आपको  पता है जब कोई वायरस हमारे बॉडी में इंटर करता है तो वह तेजी से मल्टिप्लाई करना शुरू कर देता है । ऐसे में म्यूटेशन में कई बार वह  अपना स्ट्रक्चर चेंज कर देता है जिससे काफी तेजी से वह फैल सकता है दूसरे लोगों में।  इससे संक्रमित व्यक्ति में खतरा या होता है कि उसके शोषण तंत्र प्रभावित हो जाते हैं जिससे वह सही ढंग से सांस नहीं ले पता है और इससे महिलाओं और बच्चों में बहुत ज्यादा प्रॉब्लम देखने को मिलती है जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है ।

20 साल से वैक्सीन क्यों नहीं लायी गयी ?

अब जब इस तरह की चीज सामने आ रही है तो फिर से आवाज यह उठाई जा रही है कि जब इस वाइरस को आज से 20-25 साल पहले ही पता लगा लिया गया था, तो इसको लेकर क्यों नहीं वैक्सीन बनाया गया? आपको पता है कि कोविड-19 के समय भी अचानक से वैक्सीन को डेवलप किया गया था। अगर यह वाइरस और तेजी से फैलेगा तो आपको इसके बारे में भी और खबर सुनने को मिलेगी। इसके बाद वैक्सीन मेर्क्स इसके ऊपर फोकस करेंगे और फिर से इसको लेकर कोई वैक्सीन अगर बनानी पड़े तो वह भी बन जाएगी। लेकिन यहां पर जरूरी है कि जो देश की सरकार है चाहे भारत की बात करें या किसी दूसरे देश की बात करें, उन्हें इस तरह की चीजों पर करी निगरानी रखनी चाहिए और यहां पर जो पब्लिक हेल्थ गाइडलाइन है उन्हें फॉलो करवाना बहुत जरूरी हो जाता है। आपको मैं बता दूं कि एचएमपीवी वायरस न सिर्फ इंडिया में बल्कि पूरे एशिया में भी फैल रहा है। यहां पर जापान की जो हेल्थ अथॉरिटी है वह सक्रिय रूप से इस पर काम कर रही है । पिछले एक हफ्ते में लगभग 95 हजार फ्लू  पेशेंट जापान के 5000 हॉस्पिटल में पहुंचे थे और इस सीजन में अभी जापान के अंदर 8 लाख से ज्यादा इस तरह के केस पहले से रिपोर्ट किए गए हैं ।तो आपको ध्यान रखना है कि अब यह वाइरस सिर्फ चीन तक ही सीमित नहीं रह गया है बल्कि चीन के बाहर भी जा चुका है ।भारत में भी इसके फैलने की संभावना बताई जा रही है। अभी वह  कितना है, इसके बारे में पता नहीं है।

HMPV कितना खतरनाक है ?

आप में से बहुत से लोग क्वेश्चन यह भी जानना चाह रहे होंगे कि यह वायरस कितना घातक है ? मतलब 100 लोगों में अगर यह वाइरस होता है, तो उससे  कितने लोगों की मौत हो जाती है ? यहां पर इस बात को लेकर बहुत ज्यादा अभी रिसर्च नहीं किया गया है। लेकिन लैंसेट ग्लोबल हेल्थ की  2021 के द्वारा एक आर्टिकल पब्लिश हुआ था, जिसमें वह बोला गया था कि बच्चों में एक प्रतिशत मौत एचएमपीवी वायरस से हो सकती है ।ऐसे में देखना होगा कि आगे चलकर इसको लेकर क्या बोला जाता है।

कैसे खुद को बचा सकते है ?

अगर हम इसके  प्रिवेंशन की बात करें  तो देखो कोई भी रेस्पिरेट्री डिजीज जो होता है, उसमें कुछ जो भी  गाइडलाइंस होते हैं उन्हें फॉलो करना जरूरी होता है। लोगों को  मास्क पहनना शुरू कर देना चाहिए। इसके अलावा बाजार में जो भी इंपॉर्टेंट वैक्सीन है, उन्हें भी लगवाना चाहिए । इसके अलावा आपको संतुलित आहार लेते रहना चाहिए जिसमें  खासकर विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट वाले जो भोजन होते हैं । देखिए यहां पर स्मोकिंग को जितनी जल्दी छोड़ते हैं उतना ही अच्छा क्योंकि क्या होता है कि, यह लंग्स  को और खराब कर देता है ।तो अगर आप स्मोकिंग करते हैं तो आपको यह वाइरस और ज्यादा प्रभावित करेगा । इसके अलावा पानी तो बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। पानी आपके शरीर को हमेशा हाइड्रेटेड रखता है जिससे बहुत सारा हेल्थ डिजीज खत्म हो जाते हैं ।

एक्सपर्ट का कहना  है कि आने वाले समय में यह वाइरस काफी तेजी से फैल सकता है। आपको पता है कि इस समय सर्दी का मौसम है । इस समय पहले से ही म्यूकस की प्रॉब्लम होती है और  सांस लेने में दिक्कत आती है। तो इस तरह की परेशानी आते रहते हैं । इसलिए अधिकारी यह  मानते हैं की  इस सीजन में यह  वायरस काफी  तेजी से फैलेगा । इस ब्लॉग में इतना ही । आप अपना खास ध्यान रखियेगा और  इससे  रिलेटेड जो भी अपडेट आते हैं, मैं उसके लिए एक अपडेटेड ब्लॉग  लेकर आ जाऊंगा।





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