परिचय
DeepSeek-R-1:दोस्तों इस समय हर जगह एक ही चीज की चर्चा हो रही है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है। आपको मालूम होगा कि हाल ही में जब डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव जीत कर आए थे, तो एक प्रोजेक्ट स्टारगेट लॉन्च किया था जो 500 बिलीयन डॉलर का था। तो तब लग रहा था कि अमेरिका आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में सबसे आगे हो गया है। मगर चीन तो इस समय पूरे दुनिया को चौंका दिया है क्योंकि अभी इंटरनेट पर DeepSeek को लेकर काफी चर्चा हो रही है। तो किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि चीन की छोटी सी एक कंपनी इतना बड़ा कारनामा भी कर सकती है। मतलब यह ChatGPT और gemini को भी पछाड़ सकती है। तो आज हम आपको DeepSeek के बारे में बताएंगे कि यह आखिर है क्या, इसको लेकर हर जगह चर्चा क्यों हो रही है और इसमें क्या-क्या खास बातें हैं। तो यह सारी बातें आपको बताएंगे। चलिए शुरू करते हैं।

पूरा मामला क्या है ?
देखिए 2 साल पहले आपको याद होगा कि ओपन एआई का एक प्रोडक्ट चैट्जीपीटी लॉन्च हुआ था और जिस तरह का यह परफॉर्मेंस दे रहा था, उससे लोग काफी हैरान थे। क्योंकि चैटजीपीटी से लोग जो भी कराना चाहते थे, वह कर लेता था। तो तब इसकी वजह से लग रहा था कि चीन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के मामले में पीछे हो चुका है क्योंकि सबसे पहले अमेरिका से माइक्रोसॉफ्ट आया था, उसके बाद ओपन एआई का चैट जीपीटी आया और आगे चलकर मेटा ,अमेजॉन, gemini जैसी बहुत सारी अमेरिकी कंपनी एआई टूल को लांच कर रहे थे। मगर यहां क्या हो रहा है कि जो चीन की कंपनियां है उन्होंने भी कोशिश की जैसे चीन का जो बड़ी कंपनी है अलीबाबा और वायुदू इत्यादि ने करोड़ों निवेश किया, ताकि वह अपना खुद का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल लांच कर सके। लेकिन अब उल्टा हो गया है क्योंकि इस समय पर चीन की ‘DEEPSEEK’ कंपनी की काफी चर्चा हो रही है। इसलिए आपके मन में सवाल आता होगा कि आखिर DEEPSEEK R1 क्या है. तो चलिए बता देते है।
DEEPSEEK R-1 क्या है ?

DEEPSEEK R-1 एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल है, जिसे चीनी स्टार्टअप DEEPSEEK के द्वारा बनाया गया है। साधारण सी बात है जैसे चैट जीपीटी जब हम कहते हैं, तो यह भी एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल है। वहां पर आपको जाकर कुछ भी कराना हो, वहां बस आपको टाइप करना होता है, उसके बाद वह आपको उत्तर दे देता है। फिर ओपन एआई का इस समय O1 टूल भी काफी चर्चा में है।
तो उसी तरह से चीन में जो कंपनी है जिसका नाम DEEPSEEK है और इन्होंने एआई मॉडल को लांच किया है जिसका नाम R1 है। पूरा नाम है और इस ए टूल ने जिस तरह से परफॉर्मेंस दिखाया है उसकी वजह से इसकी खूब चर्चा हो रही है इनका लक्ष्य है की मार्केट में जो इस समय ए प्लेयर से जिसमें चाहे ओपन एआई का O1 हो गया या चैटजीपीटी हो गया। तो इन्हें कड़ी टक्कर दी जा सके।
DEEPSEEK R1 एक एडवांस्ड लैंग्वेज मॉडल है जो की हाइब्रिड आर्किटेक्चर से बनाया गया है। इसके साथ में इसका प्रेडिसेसर भी अच्छा परफॉर्म कर रहा है क्योंकि मैं आपको बता दूं कि जो चीनी स्टार्टअप है DEEPSEEK, इन्होंने पहले भी एक एआइ टूल लांच किया है मगर ये सफल नहीं हो सका। लेकिन अब जो इन्होंने R1 को लांच किया है, वह बहुत ही ज्यादा सफल हुआ है। इसमें बोला जा रहा है कि जैसा आप चाहोगे वैसा ही करके ये आपको दे देगा। मैं यह भी बता दूं कि इसमें दो वर्जन है, जिनमें एक तो DEEPSEEK-R-1 और दूसरा DEEPSEEK-R-O है।
DEEPSEEK कैसे अस्तित्व में आया ?
अब आपको DEEPSEEK के आने की भी कहानी बता देते हैं। देखिए यहां पर जिस DEEPSEEK-R-1 की खूब चर्चा हो रही है, मगर उसके बावजूद इस कंपनी को लोग उतना नहीं जानते हैं। इसका मुख्यालय चीन के हांग जाऊ शहर में है और इसे 2023 के जुलाई में स्थापित किया गया था। इसके संस्थापक लियांग वेंगफेंग थे जिन्होंने जिंजीयांग्ग विश्वविद्यालय से अध्ययन किया है और इलेक्ट्रॉनिक व इनफॉरमेशन इंजीनियर है। बताया जाता है कि ओपन एआई के संस्थापक अल्टिमैन है, उनका उद्देश्य था आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जाए, जो इंसान की क्षमता से भी ज्यादा सक्षम हो। तो ऐसे ही लियांग वेंगफेंग का भी है। इनका भी कहना है कि हम उसी तरह का एआई टूल लेकर आना चाहते हैं।
क्यों लोकप्रिय हो रहा DEEPSEEK-R-1 ?
DEEPSEEK-R-1 को इसी महीने में लॉन्च किया गया था। इसका सबसे महत्वपूर्ण विशेषता बोली जा रही है कि इसकी सर्विस दूसरे एआई टूल्स से काफी सस्ती है। ओपन एआई का 15 डॉलर प्रति मिलियन इनपुट टोकन के लिए है मतलब हर मिलियन इनपुट टोकन पर $15 यानी ₹1200 के आसपास और 6-60 और मिलियन आउटपुट टोकन के लिए चार्ज करता है। लेकिन DEEPSEEK-R-1 की सर्विस कॉस्ट बहुत ही सस्ती है, जो सिर्फ 0.55 डालर प्रति मिलियन इनपुट टोकन और 2.59 प्रति मिलियन आउटपुट टोकन ही चार्ज करता है। मतलब ओपन एआई जहां ₹1200 चारज करता है जबकि DEEPSEEK-R-1 सिर्फ ₹40 चारज करता है तो इस तरह आप समझ सकते हैं कि यह कितनी सस्ती सर्विस दे रहा है।
लोग सोचते हैं कि इसकी सर्विस क्वालिटी ठीक नहीं होगी इसलिए या सस्ती है। मगर ऐसा नहीं है क्योंकि जो लोग इसको यूज कर रहे हैं, उनका भी कहना है कि यह सस्ती तो है है ही लेकिन सर्विस क्वालिटी भी प्रो लेवल की है। कुछ केस में तो यहाँ ये भी बोला जा रहा है कि इसका परफॉर्मेंस तो ओपन एआई से भी अच्छी है और इसमें 96% तक सक्सेस रेट देखने को मिल रहा है।
एक और जो खास बात है DEEPSEEK-R-1 के अंदर, वह यह कि इन्होंने सिर्फ दो महीने में ही इसे बना कर तैयार कर दिया। आप सोच सकते हैं कि जो दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनी सालों से लगी है एआइ को डेवलप करने में, लेकिन चीन की यह कंपनी सिर्फ 2 महीने में ही ऐसा मॉडल तैयार कर दी जो गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और ओपन एआई इत्यादि सभी को पीछे छोड़ दी है। इसके लिए इन्होंने सिर्फ 6 मिलियन डॉलर ही लगाया है जबकि गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और ओपन एआई बिलियन डॉलर पैसे खर्च कर देते हैं ऐसा करने में। इसलिए आप समझ पा रहे होंगे कि यह क्यों लोकप्रिय हो रहा है।
DEEPSEEK-R-1 का कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं ?
जैसे आप चैटजीपीटी का इस्तेमाल करते हैं, तो वैसे ही आप इसे भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आपको chat.deepseek.com पर जाना है। वहां पर आपको जीमेल डालना है और पासवर्ड एंटर करना है। तब जाकर आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। तो मुझे उम्मीद है कि आपको DEEPSEEK के बारे में पूरी बात समझ आ गई होगी। आपको हमारा आर्टिकल कैसा लगा, हमें जरूर बताइएगा और अपना सुझाव और शिकायत हमसे जरूर शेयर कीजियेगा।
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