Champions Trophy 2025: क्या सभी मैच पाकिस्तान से दुबई शिफ्ट हो जाएगा ?

परिचय

Champions Trophy 2025: पिछले कुछ समय से चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर विवाद होते सुनते नजर आ रहे हैं, जिसमें पहले बोला जा रहा था कि 2025 चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान होस्ट कर रहा है। इसलिए वहां पर भारत जाना नहीं चाहता है। तो यह कहां पर चैंपियंस ट्रॉफी का मैच खेलेगा ? पाकिस्तान, श्रीलंका या दुबई कहां पर खेलेगा? तो इस समय इस मामले को हल कर लिया गया कि भारत यह मैच पाकिस्तान जाकर नहीं खेलेगा। लेकिन इस समय जो दूसरी खबर मिल रही है, वह पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है क्योंकि सुरक्षा कारणों की वजह से वहां पर लंबे समय से कोई आईसीसी टूर्नामेंट नहीं खेला गया है। इस समय जो खबर आ रही है उसमें बोला जा रहा है कि जिस स्टेडियम पर चैंपियंस ट्रॉफी के टूर्नामेंट हो रहे हैं वह काफी विवादों में आ गए हैं। इसके चलते बोला जा रहा है की अंतिम चरणों में पूरा चैंपियंस ट्रॉफी का मैच ही पाकिस्तान से बाहर ले जाया जा सकता है। तो रिपोर्ट में क्या बात आई है, पूरा मामला क्या है और इसपर पाकिस्तान की तरफ से क्या प्रतिक्रिया आई है, यह सारी बातें इस लेख में आपको बताएंगे। चलिए शुरू करते हैं और सबसे पहले देखते हैं कि यहां पर हो क्या रहा है।

मामला क्या है ?

आपको मालूम होगा कि जैसे क्रिकेट विश्व कप 4 साल में एक बार आयोजित किया जाता है , तो इस तरह चैंपियंस ट्रॉफी भी 4 साल पर होता है। मगर 2021 में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी को रद्द कर दिया गया था कोविड-19 के चलते और उससे पहले चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में इंग्लैंड में आयोजित किया गया था। लेकिन 2025 का चैंपियंस ट्रॉफी इस बार पाकिस्तान में होने वाला है और उसके अगले वाला चैंपियंस ट्रॉफी भारत में कराया जाएगा। इस बार के चैंपियंस ट्रॉफी को होने में सिर्फ महीने भर का समय बचा है और यह 19 फरवरी से पाकिस्तान के कराची से शुरू हो रहा है।

लेकिन आप जानते होंगे कि भारत और पाकिस्तान में इस बात को लेकर माहौल काफी गर्मी हुआ था कि चैंपियंस ट्रॉफी का मैच भारत कहां खेलेगा ? तो उसे मैं यहां क्लियर कर दूं कि भारत चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का अपना सभी मैच दुबई में खेलेगा और बोला गया है कि अगर भारत फाइनल या सेमीफाइनल तक पहुंच जाता है तो उस मैच को भी पाकिस्तान में ना करवाकर दुबई में कराया जाएगा। दरअसल पाकिस्तान 1996 के बाद से ही अपने देश में कोई ग्लोबल टूर्नामेंट करवाने का प्रयास कर रहा है। ऐसे में यहां पर उसके रास्ते बहुत सारी मुसीबत आ सकती है। 1996 के बाद से पहली बार कोई ग्लोबल टूर्नामेंट पाकिस्तान में इस समय होने वाला है। मगर बोला जा रहा है की इस बार होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी का पूरा मैच ही पाकिस्तान से उठकर बाहर शिफ्ट हो सकता है।

पाकिस्तान में मैच नहीं कराने के क्या कारण हैं ?

आपको बताते हैं कि जो मैच पाकिस्तान में भारत के होने वाले हैं, न सिर्फ उसको बल्कि पूरी ट्रॉफी को ही पाकिस्तान से हटाकर बाहर ले जाने की बात चल रही है। इसका कारण भी आपको बताता हूं। देखिए पाकिस्तान में सुरक्षा बहुत बड़ी चिंता है क्योंकि बलूच लिबरेशन आर्मी और टीटीपी पाकिस्तान की सरकार से लगातार जंग लड़ रहे हैं। ऐसे में उनकी नजर चैंपियंस ट्रॉफी पर भी होगी। मगर इस बार यह सुरक्षा का विषय नहीं है, बल्कि चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारी इसकी वजह माना जा रहा है। अपनी सुरक्षा पाकिस्तान की सबसे बड़ी चुनौती रही है, जिसकी वजह से भारत वहां नहीं जाना चाहता है। लेकिन इस बार का मामला थोड़ा अलग है जिसमें जहां-जहां पर पाकिस्तान के अंदर चैंपियंस ट्रॉफी के मैच होने वाले हैं, वहां पर समस्यां बताई जा रही है।

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मैच पाकिस्तान के 3 बड़े शहर लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम, कराची के नेशनल स्टेडियम और रावलपिंडी के रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में खेले जाने हैं। इन शहरों में जो स्टेडियम हैं, जिनमें खासकर लाहौर का गद्दाफी स्टेडियम है और जो रावलपिंडी का क्रिकेट स्टेडियम है, तो यहां पर प्रॉब्लम देखने को मिल रही है। वहां पर अभी तक स्टेडियम तैयार नहीं हुआ है, जिसे 31 दिसंबर तक पूरा कर लेना था और जिसका काम 2024 के अगस्त महीने में ही शुरू हो गया था। लेकिन वहां पर चाहे स्टेडियम की फेंसिंग की बात हो या फ्लडलाइट हो गया या सीटस हो गया या ड्रेसिंग रूम हो। तो ऐसे बहुत सारी चीज अब तक बनकर तैयार नहीं हो पाई है और यह बात पाकिस्तान की मीडिया भी इसके बारे में बताते हुए पाई गई है। इसलिए रिपोर्ट में बोला गया है कि या काफी निराशाजनक है, क्योंकि अब तक इन तीनों स्टेडियम को तैयार नहीं किया जा सका है और अभी से सिर्फ 34 दिन रह गए हैं, मगर वहां पर अब तक सीट्स, फ्लडलाइट्स और पिच रिपेयरिंग का काम चल ही रहा है।

मौसम की वजह से काम पूरा नहीं हो पाया है ?

रिपोर्ट्स में यह बात भी कहा जा रहा है कि पाकिस्तान की जो मौसम इस समय पर है, उसकी वजह से भी स्टेडियम को तैयार नहीं किया जा सका है। गद्दाफी स्टेडियम में अब तक तो प्लास्टर वर्क भी नहीं किया जा सका है। इसके साथ-साथ मैच के समय खिलाड़ी जहां बैठते हैं, तो उस ड्रेसिंग रूम में भी पूरा काम नहीं किया जा सका है। इंटरनेशनल इवेंट में ऐसा नहीं होता है कि कोई टेंपरेरी कंस्ट्रक्शन बनाकर किसी तरह से काम चल जाएगा। लेकिन यहां पर आपको देखना है कि आईसीसी के इवेंट में जो चेकलिस्ट बनाए जाते हैं, उनको पूरा करना होता है। तभी यह सारी चीज आगे चलती है और जिस देश में ऐसा इवेंट होते हैं, वह देश आईसीसी को विश्वास दिलाने के लिए उसे पहले ही अपनी पूरी तैयारी दिखा देता है, जिससे आईसीसी उसकी क्वालिटी की जांच कर सके और इसके अलावा जो भी अतिरिक्त तैयारी होती है, उसे भी समय रहते पूरा कर सके। ऐसे में अगर पूरी इंफ्रास्ट्रक्चर को तैयार नहीं किया जाएगा, तो आप समझ सकते हैं कि यह कितनी बड़ी मुसीबत होगी मैच देखने आये लोगों के लिए और खिलाडियों के लिए।

लेकिन मैं आपको बता दूं कि यहां पर जो रिपोर्ट सामने आए हैं, तो उसके कुछ घंटे बाद ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने इसको लेकर ICC को जवाब दिया, कि आप हम पर विश्वास कीजिए कि हम लोग सभी काम को कंप्लीट कर लेंगे। जिसमें चाहे गद्दाफी स्टेडियम हो, या नेशनल बैंक स्टेडियम हो। तो हर जगह का काम हम लोग समय रहते कंप्लीट कर लेंगे। पीसीबी ने 17 मिलियन पाकिस्तानी रूपए इन स्टेडियमों के मरम्मत के लिए दिया हुआ था। आपको बता दूं कि पाकिस्तान की करेंसी भी रुपए ही है और भारत की करेंसी भी रुपए ही है।

मैच पाकिस्तान में नहीं होगा ?

अब आपको बताते हैं कि आगे क्या होगा, क्योंकि उसको जानना भी महत्वपूर्ण है। रिपोर्ट में बोला गया है कि आईसीसी की टीम पाकिस्तान जाकर वहां पर स्टेडियम में चीजों की जांच करेगी, जिससे वह आश्वस्त हो पाए कि यहां का काम पूरा हुआ है अथवा नहीं। लेकिन अगर स्टेडियम तैयार नहीं हो पाता है, तो बात इस समय चल रही है कि पूरा चैंपियंस ट्रॉफी ही दुबई में कराया जा सकता है। बोला जा रहा है कि 12 फरवरी तक इन तीनों स्टेडियम को आईसीसी को सौंपना ही होगा, लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है तो पूरा चैंपियंस ट्रॉफी का मैच ही दुबई में कराया जाएगा।

लेकिन टूर्नामेंट के लिए पहले से पूरी तैयारी जरूरी है। पिछले साल 2024 में जो T20 वर्ल्ड कप न्यूयॉर्क में हुआ था, तो वहां पर भी बहुत सारी चीजें तैयार नहीं हो सकी थी। इसके चलते आईसीसी की काफी आलोचना भी हुई थी कि आप इतने लापरवाह क्यों हैं। तो इस बार आईसीसी फिर से पुरानी गलती दोहराने नहीं चाहती है। इसलिए वह फूंक फूंक कर कदम रख रही है। दूसरी तरफ पाकिस्तान दुनिया को इस इवेंट के द्वारा यह बता सकता है कि हम सही से इसे कर सकते हैं, लेकिन उसमें काफी बड़ी प्रॉब्लम आती नजर आ रही है।

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